BAGLAMUKHI SHABHAR MANTRA THINGS TO KNOW BEFORE YOU BUY

baglamukhi shabhar mantra Things To Know Before You Buy

baglamukhi shabhar mantra Things To Know Before You Buy

Blog Article



जिव्हा खिंच लो शत्रु की सारी, बोल सके न बिच सभारी तुम मातु मैं दास तुम्हारा,

Goddess Baglamukhi carries a cudgel in her fingers to smash the troubles faced by her devotees. Here are a few mantras of Baglamukhi with their meanings and the advantages of chanting them.

पीताम्बराऽऽभरण-माल्य-विभूषिताङ्गीम्, देवीं नमामि धृत-मुदगर -वैरि-जिह्वाम् ।।१



अब उसके पैरों पर जल धीरे-धीरे डालते हुए मन में भावना करे मैं माँ के पैरों को अच्छे से साफ कर रहा हूँ फिर उसे तौलिए से पोछ कर, नई चप्पल पहनाए तथा पीला भोग अपने हाथ से खिलाए व उसे ध्यान से देखे कभी-कभी कन्या का पैर या चेहरा पीले रंग में दिखने लगता है। भोग लगाने के बाद उसे कुछ देर बैठा रहने दें व स्वयं मन ही मन प्रार्थना करें

ऋषि श्रीदुर्वासा द्वारा उपासिता श्रीबगला-मुखी

Shabar Mantras are robust prayers derived from Indian people traditions. They are actually revealed to get effective in carrying out various wishes, healing, and spiritual improvement.

The top the perfect time to chant the baglamukhi mantras is early early morning. Take bath and sit on a mat or picket plank. Have a rosary and use it for counting the mantra chanting.

These mantras were intended to empower everyday people and supply them which has a direct route to spirituality, bypassing the complexities of classic rituals.

Your browser isn’t supported any more. Update it to find the ideal YouTube expertise and our most current characteristics. Learn more

Bagalamukhi is known by the popular epithet Pitambara-Devi or Pitambari, “she who wears here yellow clothes”. The iconography and worship rituals continuously check with the yellow colour.

‘‘हे माँ हमें शत्रुओं ने बहुत पीड़ित कर रखा है, हम पर कृपाा करें उन शत्रुओं से हमारी रक्षा करे व उन्हें दंड दे‘‘

ॐ सौ सौ सुता समुन्दर टापू, टापू में थापा, सिंहासन पीला, सिंहासन पीले ऊपर कौन बैसे? सिंहासन पीला ऊपर बगलामुखी बैसे। बगलामुखी के कौन संगी, कौन साथी? कच्ची बच्ची काक कुतिआ स्वान चिड़िया। ॐ बगला बाला हाथ मुदगर मार, शत्रु-हृदय पर स्वार, तिसकी जिह्ना खिच्चै। बगलामुखी मरणी-करणी, उच्चाटन धरणी , अनन्त कोटि सिद्धों ने मानी। ॐ बगलामुखीरमे ब्रह्माणी भण्डे, चन्द्रसूर फिरे खण्डे-खण्डे, बाला बगलामुखी नमो नमस्कार।

शत्रोर्जिह्वां च खड्गं शर-धनु-सहितां व्यक्त-गर्वाधि-रूढां ।

Report this page